Swayam sahayata samuh में revolving fund (RF) का पैसा कब और कैसे आता है।

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Swayam sahayata samuh में revolving fund (RF) का पैसा कब और कैसे आता है।

  स्वयं सहायता समूह में भारत सरकार की तरफ से (revolving fund) पारिश्रमिक निधि के तौर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ₹15000 तक दिए जाते हैं। आइए जानते हैं, REVOLVING FUND क्या है और यह रुपए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कब और कैसे दिए जाते हैं।

srf and rf
SRF या RF क्या है

swayam sahayata samuh में SRF और RF क्या हैं।

 स्वयं सहायता समूह में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह चलाने वाली महिलाओं को भारत सरकार की तरफ से समूह का संचालन करने के लिए SRF दिया जाता है।SRF  का पूरा नाम Starting revolving fund है। भारत सरकार के राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 1500  से लेकर ₹2000 की राशि प्रदान की जाती है। इस धनराशि से स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बक्सा और दरी खरीदती हैं। जी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ब्लॉक से रजिस्टर नहीं मिलते उन्हें 2000 की धनराशि दी जाती है जिसमें वे रजिस्टर और बक्सा एवं दरी खरीद सकती हैं ।   यह धनराशि स्वयं सहायता समूह लौटाने नहीं पड़ती है।

स्वयं सहायता समूह में RF क्या है।

स्वयं सहायता समूह में सरकार की तरफ से ₹15000 की धनराशि RF के रूप में प्रदान की जाती है। जिसे revolving fund  भी कहते हैं।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत चल रहे स्वयं सहायता समूह एक निश्चित अवधि तक अच्छी प्रकार कार्य करते हैं स्वयं सहायता समूह की प्रत्येक बैठक एवं बचत की गई धनराशि का सुनियोजित ढंग से स्वयं सहायता समूह के खाते में जमा कराना। स्वयं सहायता समूह में एक निश्चित समय के बाद समूह को  अति लघु गृह  उद्योग की स्थापना के लिए ₹15000 की धन राशि प्रदान की जाती है । यह धनराशि(RF) REVOLVING FUND  कहलाती है। स्वयं सहायता समूह की  उद्योग प्रारंभ करने के  बाद उद्योग से मिलने वाले लाभांश से निश्चित किए गए ब्याज दर पर इस धनराशि को लौटाना होता है।

swayam sahayata samuh में SRF  या RF कैसे मिलता है।

स्वयं सहायता समूह में SRF  के रूप में 1500 से लेकर 2000 की धन राशि प्रदान की जाती है । RF जिसका पूरा नाम revolving fund है। इसमें 15000 रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है। इस धनराशि को प्राप्त करने के लिए आपके स्वयं सहायता समूह को निम्नलिखित रूप से परिपूर्ण होना चाहिए ।

  1. स्वयं सहायता समूह 1 से 3 वर्ष पुराना होना चाहिए
  2. स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रत्येक बैठक में सम्मिलित होकर बैठक कर रही होनी चाहिए
  3. स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और सचिव स्वयं सहायता समूह के रजिस्टर पूरी तरह लेखा जोखा से परिपूर्ण होना चाहिए
  4.  स्वयं सहायता समूह के द्वारा बचत किए गए धनराशि को स्वयं सहायता समूह के नाम पर खोले गए खाते में जमा होना चाहिए
  5.  स्वयं सहायता समूह की सभी महिलाएं जागरूक होनी चाहिए

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