स्वयं सहायता समूह multiactivity केंद्र में रोजगार | स्वयं सहायता समूह में नौकरी

स्वयं सहायता समूह multiactivity केंद्र में रोजगार | स्वयं सहायता समूह में नौकरी

 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए अनेक रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत गठित किए गए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मल्टीएक्टिविटी केंद्र खोलकर विभिन्न रोजगार उसे जोड़ा जा रहा है। मल्टी एक्टिविटी केंद्र खोलकर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं 10,000 महीने से लेकर ₹15000 महीने तक कमा सकती हैं।

स्वयं सहायता समूह

स्वयं सहायता समूह multiactivity केंद्र क्या है?

स्वयं सहायता समूह के जरिए मल्टी एक्टिविटी केंद्र खोल के स्वयं सहायता समूह की महिलाएं। एक ही स्थान पर अचार, पापड़ एवं अगरबत्ती जैसे व्यवसाय करके रोजगार कमा सकती हैं। एक ही स्थान पर अनेक व्यवसाय करना मल्टी एक्टिविटी केंद्र के अंतर्गत आता है।
स्वयं सहायता समूह को शहरी क्षेत्र में दीनदयाल उपाध्याय योजना के नाम से जाना जाता है। ग्रामीण क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत भी जाना जाता है।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को एक समूह बनाकर जोड़ा जाता है। समूह का अपना एक नाम होता है। समूह गठन के बाद समूह के नाम पर बैंक खाता खोला जाता है। समूह की महिलाएं इस बैंक खाते में समूह की बैठक के दौरान बचत किए गए धन को जमा करती है। बचत किए गए धन को जमा करने के बाद भारत सरकार  राष्ट्रीय आजीविका मिशन योजना के तहत इस पर ब्याज दिया जाता है।
Swayam sahayata samuh की महिलाएं स्वयं सहायता समूह के खाते से रोजगार हेतु लोन भी ले सकती हैं। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा बैंक खाते से लिए गए लोन पर न्यूनतम व्याज दर लगाई जाती है।
Bank से लिए गए loan से स्वयं सहायता समूह की महिलाएं multiactivity केन्द्र की स्थापना कर सकती हैं।

मल्टी एक्टिविटी केंद्र कैसे स्थापित करें।

स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मल्टी एक्टिविटी केंद्र स्थापित करने के लिए बैंक से CLF loan ले सकती हैं। स्वयं सहायता समूह के खाते से 50000 से 500000 तक का लोन लिया जा सकता है। इस लोन को लेकर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मल्टी एक्टिविटी केंद्र की स्थापना कर सकते हैं।
मल्टी एक्टिविटी केंद्र में लघु उद्योग के अंतर्गत आने वाले सभी उत्पादों का निर्माण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाता है। मल्टी एक्टिविटी केंद्र में बनाए गए उत्पादों को स्थानीय बाजारों में बेचा जाता है। उत्पादों के बेचने पर मिलने वाले मुनाफे को सभी समूह की महिलाओं में बराबर बांटा जाता है। मुनाफे को समूह की महिलाओं में बांटने से पहले बैंक से लिए गए ऋण को चुकाने के लिए कुछ प्रतिशत निकाल लिया जाता है। अर्थात यदि उत्पाद को बेचने से 10000 का मुनाफा हुआ है तो उसमें से ₹3000 बैंक ऋण चुकाने के लिए निकाल ले जाते हैं। बैंक से लिए गए ऋण को निर्धारित समयावधि में चुकाने के बाद आपको फिर से loan आसानी से मिल सकता है।

Multiactivity केन्द्र में कौन से उत्पादों का निर्माण किया जाता है।

मल्टी एक्टिविटी केंद्र में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं निम्नलिखित उत्पादों का निर्माण करते हैं। इन उत्पादों को आसानी से बाजार में बेचकर मुनाफा कमाया जा सकता है।
स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मल्टी एक्टिविटी केंद्र में काम करके उत्पादों की बिक्री कर के महीने का 10000 से लेकर ₹15000 आसानी से कमा सकते हैं। इसके अलावा मुनाफा स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जिस क्षेत्र में मल्टी एक्टिविटी केंद्र खोल रहे हैं, उस क्षेत्र में उन उत्पादों की डिमांड पर निर्भर करता है।
  1. अचार लघु या गृह उद्योग
  2. मोमबत्ती लघु या गृह उद्योग
  3. पापड़ व्यवसाय
  4. अगरबत्ती व्यवसाय
  5. मोमबत्ती व्यवसाय
  6. थाली प्लेट व्यवसाय
  7. पूजा सामग्री व्यवसाय
  8. इत्यादि
ऊपर बताए गए समस्त उत्पादों में से किसी भी उत्पाद को बनाने से पहले उस क्षेत्र का गहन अध्ययन जरूर करें। क्योंकि उत्पाद की बिक्री उसकी गुणवत्ता पर निर्भर करती है। इसके अलावा जो उत्पाद आप बनाने जा रहे हैं ,वह उत्पाद उस क्षेत्र में बिकेगा या नहीं इस पर भी निर्भर करता है।


 

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