स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और सचिव के महत्वपूर्ण पद होते हैं। आइए जानते हैं राष्ट्रीय आजीविका मिशन nrlm के अंतर्गत swayam sahayata samuh में अध्यक्ष का क्या कार्य होता है। अध्यक्ष की नियुक्ति कैसे होती है। अध्यक्ष का वेतन कितना होता है होता है।
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स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष |
स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष क्या है।2022
स्वयं सहायता समूह का गठन राष्ट्रीय आजीविका मिशन भारत सरकार द्वारा किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्र की 10 से 12 महिलाएं एक समूह का निर्माण कर सकती हैं। Swayam sahayata samuh में अध्यक्ष का कार्य समूह की बैठक करवाना होता है। समूह में अध्यक्ष समूह का मुख्य सदस्य होता है। स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष समूह की बैठक में होने वाले प्रस्ताव को समूह के सदस्यों के समक्ष रखता है।
समूह के संचालन का कार्य करता है। समूह में लगने वाली सामग्री जैसे कि समूह के रजिस्टर,दरी एवं स्टांप पैड इत्यादि रखने की जिम्मेदारी समूह के अध्यक्ष की होती है।
Swayam sahayata samuh में अध्यक्ष की नियुक्ति।2022
राष्ट्रीय आजीविका मिशन भारत सरकार के द्वारा गठित किए जाने वाले स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष की नियुक्ति समूह के सदस्यों द्वारा की जाती है।
समूह के सदस्य जिस पात्र एवं जागरूक महिला को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं उसी का चयन किया जाता है।
समूह के सदस्य अध्यक्ष महिला का नाम समूह सखी को देते हैं। समूह सेक्सी समूह के रजिस्टर होने के समय अध्यक्ष पद पर उस महिला को नियुक्त करती है।
समूह के के निर्माण के समय सबसे पहला पद अध्यक्ष के नाम से रजिस्टर किया जाता है।
स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष बनने की योग्यताएं निम्नलिखित प्रकार हैं।
- स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष बनने के लिए समूह की पात्र महिला का चयन किया जाता है जो सामाजिक कार्यों एवं आर्थिक गतिविधियों में सक्रिय योग्यता निभा सके।
- समूह में अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए समूह सखी का निर्णय सर्वोपरि होगा।
- समूह के सदस्यों द्वारा पढ़ी-लिखी एवं जागरूक महिला को समूह का सदस्य बनाया जाता है।
- समूह में अध्यक्ष बनने के लिए आपको किसी भी प्रकार की शारीरिक योग्यता कर सकता नहीं होती है।
- समूह में अध्यक्ष बनाने के लिए आपके पास आर्थिक गतिविधियां जैसे समूह में पारित होने वाले प्रस्ताव एवं रोजगार हेतु लिए जाने वाले ऋण की उपयोगिता एवं बचत किए गए धन का सर्वोत्तम उपयोग करने की जानकारी होनी चाहिए।
स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष का वेतन।2022
स्वयं सहायता समूह में समूह की महिलाओं को समूह के माध्यम से नौकरी मिलने की आशा रहती है। लेकिन आपको बता दें कि समूह में किसी भी प्रकार की कोई सरकारी नौकरी नहीं दी जाती है।
स्वयं सहायता समूह में संविदा पर सरकारी नौकरियां दी जाती हैं जैसे की बीसी सखी, समूह सखी ,कृषि सखी, पशु सखी इत्यादि। संविदा पर नियुक्त होने वाली महिलाओं को उनके कार्य के अनुसार वेतन दिया जाता है।
स्वयं सहायता समूह में समूह अध्यक्ष को समूह में आने वाले लाभ प्रदान किए जाते हैं।
समूह का अध्यक्ष समूह में आने वाले धन लाभ जैसे कि srf की ₹1500 की धनराशि एवं सीआईएफ कि 50000 से लेकर 650000 तक की धनराशि का लाभ ले सकता है। यह पैसे स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष को पूरे पूरे उपयोग करने के लिए नहीं मिलते हैं। समूह का अध्यक्ष समूह के सदस्यों में से बराबर बांटता है। समूह का अध्यक्ष है इसे किसी कार्य में लगाने के लिए समूह सचिव के परामर्श अनुसार कार्य में लगाता है। इसके अलावा समूह के किसी एक सदस्य की आवश्यकता होने पर भी इस धनराशि को पूरा पूरा उसे समूह सदस्य को दे दिया जाता है।
ऊपर बताई गई धनराशि केवल अध्यक्ष की ही नहीं होती है इसमें सभी सदस्य समान रूप से भागीदारी होते हैं।
ऊपर बताई गई धनराशि में से SRF को छोड़कर अन्य धनराशि को एक बार लेने के पश्चात वापस करना होता है।
निष्कर्ष।
इस प्रकार आप समझ चुके होंगे कि स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष के क्या कार्य हैं, उसका वेतन कितना है, उसकी नियुक्ति कैसे होती है। स्वयं सहायता समूह में समूह सखी के बाद समूह अध्यक्ष का पर एक महत्वपूर्ण पद होता है।
स्वयं सहायता समूह अध्यक्ष से जुड़े प्रश्न और उनके उत्तर।
1. स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष कैसे बना जाता है?
उत्तर स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष बनने के लिए आपको मुख्य कार्यकारी अधिकारी को ब्लॉक स्तर पर जाकर अपने आपको स्वयं सहायता समूह का अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव देना होगा।
प्रस्ताव पारित होने के बाद samuh sakhi स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष कोषाध्यक्ष एवं सचिव की नियुक्त करती है।
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